मैं कौन हूँ?
मैं
पृथ्वी के नमक हूँ(मत्ती 5:13)
मैं
जगत की ज्योति हूँ(मत्ती 5:14)
मैं
परमेश्वर की संतान हूँ (यूहन्ना १:१२)
मैं
सच्ची दाखलता की डलियाँ और मसीह के जीवान की द्वार हूँ(यूहन्ना 15:1,5)
मैं
यीशु मसीह के मित्र हूँ (यूहन्ना 15:15)
मैं
यीशु मसीह के द्वारा चुना हुआ हूँ कि जा कर फल ला सके(यूहन्ना 15:16)
मैं
धर्म के दास हूँ(रोम 6:18)
मैं
परमेश्वर
के पुत्र हूँ, परमेश्वर मेरा आत्मिक पिता
है(रोम 8:14,15 गलातियों 3:26,4:6)
मैं
परमेश्वर के वारिस और मसीह के संग वारिस हूँ(रोम 8:17)
मैं
परमेश्वर
का मंदिर हूँ, और परमेश्वर का आत्मा मुझ में
वास करता है(1कुरि 3:16,6:19)
मैं
परमेश्वर के साथ जुड़ गया और उसके साथ एक ही आत्मा हूँ(1कुरि 6:17)
मैं
यीशु मसीह की देह के अंग हूँ(1कुरि 12:27, इफि 5:30)
मैं
नयी सृष्टि हूँ(2कुरि 5:17)
मैं
परमेश्वर
के साथ मेल-मिलाप हुआ हुँ
और परमेश्वर ने मुझे मेल -मिलाप का सेवा सौप दिया(2कुरि5:18,19)
मैं
परमेश्वर
के संतान हूँ, और मसीह यीशु में एक
हूँ(गलातियों 3:26,28)
मैं
परमेश्वर
का पुत्र हूँ इसलिए परमेश्वर का वारिस
भी हूँ(गलातियों 4:6,7)
मैं
यीशु मसीह का प्रेरित हूँ(इफि1:1,1कुरि1:2, फिलिप्पियों 1:1,
कुलुस्सियों 1:2)
मैं
परमेश्वर के बनाए हुए हूँ,
और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिए नया जन्म पाया
हूँ(इफिसियों 2:10)
मैं
पवित्र लोगों के संगी स्वदेशी और परमेश्वर के घराने के हो गया हूँ(इफिसियों 2:19)
मैं
मसीह यीशुका बंदि हूँ(इफिसियों 3:1,4:1)
मैं
धर्मिक और पवित्र हूँ (इफिसियों 4:24)
मैं
स्वर्गीय निवासी हूँ
और स्वर्गीय स्थानों में यीशु मसीह के साथ बैठ गया
हूँ(फिलिप्पियों 3:20,
इफिसियों 2:6)
मैं
मसीह यीशु के साथ परमेश्वर में छिपा हुआ हूँ(कुलुस्सियों 3:3)
मैं
यीशु मसीह के जीवन हूँ
और यीशु मसीह के साथ महिमा सहित प्रगत किया जाऊँगा(कुलुस्सियों3:4)
मैं
परमेश्वर
के द्वारा चुने हुओं के समान
जो पवित्र और प्रिय हूँ (कुलुस्सियों 3:12, नीतिवचन 1:4)
मैं
ज्योति के संतान हूँ न अंधकार के(1थिस्सलुनीकियों 5:5)
मैं
स्वर्गीय बुलाहट में भागी, पवित्र भाईयों में एक हूँ (इब्रानियों 3:1)
मैं
मसीह यीशु के भागीदार, जीवन की भागीदार हूँ(इब्रानियों 3:14)
मैं
यीशु मसीह में जीवता पत्थर हूँ जो आत्मिक घर बनाने में योग्य है(1पतरस 2:5)
मैं
एक चुना हुआ वंश,
और राज-पदधारी याजकों का समाज,
और पवित्र लोग, और परमेश्वर की निज प्रजा हूँ(1 पतरस 2:9-10)
मैं
इस दूनिया में परदेशी और यात्री हूँ(1पतरस2:11)
मैं
शैतान की दूष्मान हूँ(1पतरस5:8)
मैं
परमेश्वर की सन्तान हूँ और जब यीशु मसीह प्रगट होगा
तो मैं भी उसके समान होऊँगा(1 यूहन्ना 3:1,2)
मैं
परमेश्वर से उत्पन्न हुआ हूँ और मुझको दुष्ट छूने नहीं पाता(1 यूहन्ना 5:18)
मैं
जो हूँ, सो नहीं हूँ(निर्गमन 3:14; यूहन्ना 8:24,25,28),
परन्तु मैं जो कुछ भी हूँ, परमेश्वर के अनुग्रह से
हूँ(1कुरिन्थियों 15:10)
No comments:
Post a Comment