Wednesday, 30 January 2019

कैन का पाप

उत्पत्ति 4
आदम परमेश्वर की ओर से दंड को मिलकर अदन की बारी से बाहर गया तो उस का जीवन में हमेशा सवाल हुआ होगा कि हमारे जीवन कब तक होता रहेगा और परमेश्वर का आशीष जो प्रजनन के बारे में क्या वह पूरा होगा? लेकिन परमेश्वर के असीमित प्रेम के साथ कैन को जन्म हुआ तो वह मालूम हूआ है कि यह अपने तरह से नहीं परमेश्वर का सहायता से हुआ है। यह मनुष्य पाप में ग्रसित होकर अपने जीवन को स्वयं सँभला था उस के बाद पहला ऐतिहासिक घटना है जो कैन को प्रजनन करना। इस घटना के बारे में आदम ने परमेश्वर का गुणगान किया है। पाप में ग्रसित हुए मनुष्य के लिए प्रजनन होना साधारण बात है और प्रजनन होना परमेश्वर का कृपा है। 
जब कैन और उस के भाई हाबिल ने परमेश्वर की ओर भेंट चढ़ाने की समय गया है तो कैन ने परमेश्वर के पास अपने अनाज से कुछ को लेकर परमेश्वर के पास आया है। और हाबिल अपनी भेड़-बकरियों के कई एक पहिलौठे बच्‍चे भेंट चढ़ाने ले आया और उनकी चर्बी भेंट चढ़ाई। परमेश्वर ने हाबिल और उस के भेंट को ग्रहण किया है। इस का अर्थ यह है कि अब हाबिल परमेश्वर के साथ संगति करने का योग्य हो गया है। जब आदम और हव्वा ने परमेश्वर के बात पर उल्लंघन कर के पाप किया है उस समय परमेश्वर ने आदम और हव्वा का मृत्यु को जनवर के बलि के द्वारा विलंब कर दिया है। बाइबल में लिखा है किसच तो यह है कि व्यवस्था के अनुसार प्राय: सब वस्तुएँ लहू के द्वारा शुद्ध की जाती हैं, और बिना लहू बहाए पापों की क्षमा नहीं।” (इब्रानियों 9:22) जब से आदम ने पाप किया है उस समय से मनुष्य परमेश्वर के पास जाने के लिए किस जनवरों के जन को लेकर जाना था। पर अब ऐसा करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि यीशु मसीह ने इस संसार में आकर अपने खुद को बलि चढ़ा दिया है। बाइबल में लिखा है किऔर बकरों और बछड़ों के लहू के द्वारा नहीं पर अपने ही लहू के द्वारा, एक ही बार पवित्रस्थान में प्रवेश किया और अनन्त छुटकारा प्राप्‍त किया। क्योंकि जब बकरों और बैलों का लहू और कलोर की राख का अपवित्र लोगों पर छिड़का जाना शरीर की शुद्धता के लिये उन्हें पवित्र करता है, तो मसीह का लहू जिसने अपने आप को सनातन आत्मा के द्वारा परमेश्‍वर के सामने निर्दोष चढ़ाया, तुम्हारे विवेक को मरे हुए कामों से क्यों शुद्ध करेगा ताकि तुम जीवते परमेश्‍वर की सेवा करो। इसी कारण वह नई वाचा का मध्यस्थ है, ताकि उसकी मृत्यु के द्वारा जो पहली वाचा के समय के अपराधों से छुटकारा पाने के लिये हुई है, बुलाए हुए लोग प्रतिज्ञा के अनुसार अनन्त मीरास को प्राप्‍त करें।” (इब्रानियों 9:12-15) इसलिए अब हम परमेश्वर के पास इस विश्वास के साथ जा सकता है कि यीशु मसीह ने मेरे बादले मेरा पाप का दंड को उठाकर क्रिस मृ्त्यु का दंड को सह लिया है। पाप का दंड मृत्यु है। कैन भी इस विश्वास के साथ परमेश्वर के पास आना था पर शैतान के चार प्रमुख्य झूठे में से एक अमर का बातों को पकाड़ कर परमेश्वर के पास लहू के बिना गया है इस कारण परमेश्वर ने कैन और उस के भेंट को ग्रहण नहीं कर पाया है। 
परमेश्वर का प्रेम इतना असीमित है जैसे कैन ने परमेश्वर के पास अनुचित बलि को ले आया है फिर भी परमेश्वर ने कैन को और अवसर देना चाहता था।तू क्यों क्रोधित हुआ? और तेरे मुँह पर उदासी क्यों छा गई है? यदि तू भला करे, तो क्या तेरी भेंट ग्रहण की जाएगी? और यदि तू भला करे, तो पाप द्वार पर छिपा रहता है; और उसकी लालसा तेरी ओर होगी, और तुझे उस पर प्रभुता करनी है।”(4:6,7) पर कैन ने परमेश्वर का प्रेम के अवसर को नहीं मान लिया है और अपने भाई को घाट किया गया है। अब परमेश्वर का बात को नहीं मानने की बात से बढ़कर परमेश्वर के स्वरूप में बनाया गया मनुष्य को घाट किया है अर्थात् परमेश्वर को घाट करने की पाप किया गया है। उस के बाद परमेश्वर के समाने अपने पाप को इंकार भी किया है उस के बावजूद भी अपने मौत के सामने परमेश्वर से विनती भी किया है। और परमेश्वर ने कैन के विनती भी पूरा कर दिया है। क्योंकि परमेश्वर की मन यह है कि किस किस समय भी वह वापस आए।यदि तू भला करे, तो क्या तेरी भेंट ग्रहण की जाएगी?” पर कैन ने ऐसा नहीं किया बल्कि परमेश्वर को छोढ़ कर अपने मार्ग लिया है। कैन का यह स्वभाव आज हमारे पास में भी चलते हैं। हमारे जीवन के हर वक्त में परमेश्वर को अंदेखी, अनसुनी करते हुए जीवन जीना चाहता है। परमेश्वर के समाने झुकने के लिए तैयार नहीं हो जाता है पर अपने मृत्यु के सामने कैन ने परमेश्वर से विनती करता है वैसा ही हम लोग भी जब तक अपने जन की बराबर समस्या नहीं है तो कभी उस के समाने नहीं झुकता है। जब झुक कर अपना काम को निकालने के बाद फिर परमेश्वर से निकाल जाता है जैसे कैन ने परमेश्वर के साथ किया है। कब तक परमेश्वर का असीमित प्रेम को तुछ जानकर जीना चाहता है। परमेश्वर आज भी हम लोगों को अंतजार करता है कि हम उस की बात को मानकर उसे ग्रहण करें।देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा शब्द सुनकर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसके साथ भोजन करूँगा और वह मेरे साथ।
(प्रकाशितवाक्य 3:20) परमेश्वर ने स्पष्ट किया गया है जहाँ पाप है वहाँ मृ्त्यु है वह मृत्यु विलंब से सकता है पर आना निश्चय है।
   

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